श्रीलंका के पूर्व ऑलराउंडर Chandika Hathurusingha को Bangladesh Cricket Board (BCB) ने अनुशासनात्मक आधार पर सस्पेंड कर दिया है। यह फैसला उस समय लिया गया है जब बांग्लादेश की क्रिकेट टीम हाल ही में भारत दौरे पर दो महत्वपूर्ण श्रृंखलाओं में हार का सामना कर चुकी है। ऐसे में, बोर्ड का यह निर्णय बांग्लादेश क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है।
Chandika Hathurusingha की कोचिंग का सफर
चंडिका हथुरुसिंघे ने पिछले साल फरवरी में बांग्लादेश क्रिकेट टीम का कोच बनने की जिम्मेदारी संभाली थी। उनका कार्यकाल 2025 चैंपियंस ट्रॉफी तक के लिए निर्धारित था। हालांकि, उनके कार्यकाल के दौरान बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने कई चुनौतियों का सामना किया। उनके नेतृत्व में बांग्लादेश ने पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप और इस साल टी-20 वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन किया।
हालांकि, उनकी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि यह रही कि बांग्लादेश ने इस साल पाकिस्तान के खिलाफ 2-0 से टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की। लेकिन, भारतीय दौरे पर हुई हार ने उनकी कोचिंग के प्रति सवाल खड़े कर दिए। बांग्लादेश को पहले टेस्ट सीरीज में 2-0 से और उसके बाद टी-20 सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।
अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण
Bangladesh Cricket Board ने हथुरुसिंघे को 48 घंटे के लिए निलंबित करने के साथ-साथ उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। यह कार्रवाई उनकी कोचिंग के प्रति असंतोष और टीम के प्रदर्शन को लेकर हुई है। यह संकेत मिलता है कि BCB अब अपनी टीम के प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए कठोर कदम उठाने को तैयार है।
फिल सिमंस की नई भूमिका
BCB ने हथुरुसिंघे के स्थान पर फिल सिमंस को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 तक के लिए अंतरिम कोच नियुक्त किया है। सिमंस का अनुभव और पूर्व कोचिंग का रिकॉर्ड बांग्लादेश के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। वे कई टीमों के हेड कोच रहे हैं, जिसमें वेस्टइंडीज, जिम्बाब्वे, आयरलैंड और अफगानिस्तान शामिल हैं।
सिमंस का कोचिंग करियर सफल रहा है और उनके पास कई राष्ट्रीय टीमों को कोचिंग देने का अनुभव है। उन्होंने 2004-2005 तक जिम्बाब्वे, 2007-2015 तक आयरलैंड, 2015-2016 तक वेस्टइंडीज, 2017-2019 तक अफगानिस्तान और 2019-2022 तक फिर से वेस्टइंडीज की टीम का नेतृत्व किया है।
बांग्लादेश क्रिकेट की स्थिति
बांग्लादेश क्रिकेट को लेकर यह समय चुनौतीपूर्ण है। हाल ही में भारत दौरे पर मिली हार ने न केवल टीम के आत्मविश्वास को प्रभावित किया है, बल्कि प्रशंसकों और क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच भी निराशा का माहौल बनाया है। ऐसे में, BCB का यह निर्णय इस बात का संकेत है कि वे अब अपनी टीम के प्रदर्शन को लेकर गंभीर हैं और किसी भी तरह की विफलता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भविष्य की संभावनाएँ
बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए अगला लक्ष्य अपनी कमजोरी को पहचानना और उस पर काम करना है। फिल सिमंस के कोच बनने के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि वे टीम में किस प्रकार के बदलाव लाते हैं। क्या वे खिलाड़ियों की मानसिकता को बदलने में सफल होंगे? क्या वे टीम को एक नई दिशा देंगे?
भविष्य में, बांग्लादेश को आगामी टूर्नामेंटों में बेहतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता होगी, खासकर जब वे 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी कर रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण समय है जब BCB को अपने खिलाड़ियों के साथ मिलकर एक मजबूत रणनीति तैयार करने की आवश्यकता है।
बांग्लादेश क्रिकेट का यह नया अध्याय न केवल टीम के लिए, बल्कि देश के क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी उत्साह और उम्मीद का संचार करता है। फिल सिमंस की अगुवाई में, बांग्लादेश की क्रिकेट टीम में नए सिरे से ऊर्जा और उद्देश्य का संचार होना चाहिए।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे अपनी पुरानी कमजोरियों पर काबू पाकर एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी टीम बनाने में सफल होंगे।
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