हालांकि वो इस खतरे से बच गए, लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी के कारण पृथ्वी पर वापस नहीं लौट पा रहे हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को 18 जून को धरती पर वापस आना था।
स्टारलाइनर के साथ शुरू से थी दिक्कत
स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को तैयार किया है बोइंग (Boeing) ने। कंपनी काफी समय से ह्यूमन स्पेसक्राफ्ट पर काम कर रही थी। स्टारलाइनर मिशन को कई बार टाला गया। आखिरकार जब यह लॉन्च हुआ तो स्पेस स्टेशन में पहुंचने के बाद इसमें हीलियम लीक होने की दिक्कत आई। मिशन जोकि 8 दिनों के लिए था, अब अंतरिक्ष में ही ठिठक कर रह गया है।
बार-बार आगे बढ़ रही है तारीख
पहले लगा था कि स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट धरती पर 18 जून तक वापस आ जाएगा। इस तारीख को 26 जून के लिए शिफ्ट किया गया। अब नासा ने कहा है कि स्टारलाइनर इस महीने धरती पर लौटेगा। वह प्रोपल्शन सिस्टम में आई समस्याओं की निगरानी करना चाहती है।
हीलियम किसी भी स्पेसक्राफ्ट के लिए काफी अहम है। इसका इस्तेमाल प्रोपलेंट्स को थ्रस्टर्स तक धकेलने के लिए किया जाता है। गैस लीक हो जाए तो थ्रस्टर्स ठीक से काम नहीं कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि स्पेसक्राफ्ट 45 दिनों तक अंतरिक्ष में खड़ा रह सकता है, जिससे क्रू मेंबर्स को स्पेसक्राफ्ट में आई दिक्कतों को ठीक करने का समय मिल रहा है।
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