Thursday, October 17, 2024
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Vinesh Phogat के ओलिंपिक अयोग्यता पर Yogeshwar Dutt का तीखा प्रहार: क्या विनेश को माफी मांगनी चाहिए? – Viral News

Vinesh Phogat, जो भारतीय रेसलिंग की दुनिया का एक बड़ा नाम हैं, पेरिस ओलिंपिक 2024 में एक बड़ी उम्मीद थीं, लेकिन उनका एक गलती ने पूरे देश को निराश कर दिया। पूर्व ओलिंपिक पदक विजेता और रेसलिंग दिग्गज Yogeshwar Dutt ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि विनेश को अपने इस कृत्य के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उनका मानना है कि विनेश की लापरवाही के कारण भारत ने एक बड़ा मेडल खो दिया।

विनेश फोगाट का ओवरवेट होना: क्या यह एक बड़ी चूक थी?

पेरिस ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट को एक ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा जो शायद ही किसी ने सोचा था। फाइनल मुकाबले से पहले ही उन्हें 100 ग्राम ओवरवेट होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। एक तरफ जहां पूरी दुनिया उनकी फाइनल में पहुँचने की जीत का जश्न मना रही थी, वहीं दूसरी ओर इस एक छोटी सी चूक ने उनके ओलिंपिक सफर पर पूर्णविराम लगा दिया।

योगेश्वर दत्त, जो खुद एक अनुभवी पहलवान हैं और ओलिंपिक में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिला चुके हैं, ने इस पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, “अगर मैं विनेश की जगह होता तो मैं देश से माफी मांगता कि मैं अपना वेट कम नहीं कर सका। लेकिन हैरानी की बात है कि यहां पर तो उनका स्वागत हो रहा है।” उनका यह बयान साफतौर पर विनेश की इस लापरवाही के प्रति नाराजगी व्यक्त करता है।

Yogeshwar Dutt का गुस्सा: देश का मेडल गंवाने पर विनेश को जवाबदेही क्यों नहीं?

Yogeshwar Dutt ने कहा कि विनेश फोगाट की इस गलती ने भारत को एक मेडल से वंचित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को विनेश ने सही तरीके से नहीं संभाला। ओलिंपिक जैसे मंच पर जहां पूरा देश अपनी उम्मीदें एक एथलीट पर टिकाए बैठा होता है, वहां ऐसी गलती अक्षम्य है।

उन्होंने सवाल उठाया कि “मेडल गंवाने के बावजूद उनका स्वागत करना, उन पर फूलों की वर्षा करना, यह कैसी मानसिकता है? अगर मैं उनकी जगह होता, तो माफी मांगता और देश से कहता कि यह मेरी भूल थी।” योगेश्वर दत्त के इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि उनका मानना है कि एक एथलीट के रूप में आपको अपने देश की उम्मीदों का सम्मान करना चाहिए और अगर आपसे चूक होती है, तो उसकी जिम्मेदारी भी उठानी चाहिए।

राजनीति में उलझे पहलवान: क्या देश की सेवा के मायने बदल गए हैं?

विनेश फोगाट के राजनीति में उतरने को लेकर भी योगेश्वर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। विनेश हरियाणा में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि योगेश्वर दत्त भाजपा के प्रत्याशी रह चुके हैं। उन्होंने कहा, “राजनीति में जाना व्यक्तिगत फैसला हो सकता है, लेकिन देश को सच जानने का हक है। जो कुछ पिछले एक साल में हुआ, चाहे ओलिंपिक में डिसक्वालिफिकेशन हो या जंतर-मंतर पर पहलवानों का आंदोलन, इन घटनाओं ने इंडिया की गलत छवि पेश की।”

जंतर-मंतर आंदोलन: एक विवादित पहल

योगेश्वर ने कहा कि जंतर-मंतर पर जो भी आंदोलन हुआ, उसमें जनता को गलत जानकारी देकर बुलाया गया था। उन्होंने सवाल किया कि एक एथलीट Vinesh Phogat जिसने देश का मेडल गंवाया हो, क्या उसे इस तरह का समर्थन मिलना चाहिए? क्या यह सही है कि गलतियों को छुपाया जाए और एक मेडल की संभावनाओं को नष्ट कर दिया जाए? उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि एक एथलीट के रूप में हमें देश की छवि का ध्यान रखना चाहिए, न कि अपने व्यक्तिगत हितों का।

रेसलिंग बनाम राजनीति: कौन है कठिन, कौन है सच्चा?

योगेश्वर दत्त ने रेसलिंग और राजनीति की तुलना करते हुए कहा कि रेसलिंग बहुत आसान है, क्योंकि यहां आपकी ताकत और मेहनत का मूल्यांकन होता है, लेकिन राजनीति में झूठ और छल कपट का बोलबाला है। उन्होंने कहा, “राजनीति में सिर गिने जाते हैं, लेकिन कुश्ती में आपका बल काम करता है। राजनीति में आकर आपके पता लगता है कि कौन आपका सच्चा साथी है और कौन नहीं।”

विनेश की असफलता और योगेश्वर की नाराजगी: ओलिंपिक के सपने का अंत

विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में लगातार तीन मुकाबले जीतकर ओलिंपिक के फाइनल में प्रवेश किया था, और यह एक बड़ी उपलब्धि थी। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय रेसलरों को हराया था, जिनमें जापान की युई सुसाकी भी शामिल थीं। लेकिन अंततः 100 ग्राम का ओवरवेट होना, और इसके चलते अयोग्य घोषित होना, उनके पूरे ओलिंपिक अभियान के अंत का कारण बना।

क्या वाकई मेडल की उम्मीदों का अंत यहीं था?

विनेश के डिसक्वालिफाई होने के बाद, सेमीफाइनल में हारने वाली क्यूबा की गुजमान लोपेजी को फाइनल खेलने का मौका दिया गया। यह बात विनेश के समर्थकों के लिए एक बड़ा झटका था। अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट ने फाइनल में गोल्ड जीता और भारत की मेडल की उम्मीदें टूट गईं।

क्या देश की उम्मीदों के साथ खेल रही थीं विनेश?

योगेश्वर का मानना है कि विनेश फोगाट का ओवरवेट होना एक बड़ी लापरवाही थी। उन्होंने यह भी कहा कि एक एथलीट के रूप में देश के प्रति जवाबदेही जरूरी है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसी लापरवाही को माफ कर दिया जाना चाहिए?

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